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&nbsp;&nbsp;'''शीर्षक: '''तुम मान्दोरिया<br>
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&nbsp;&nbsp;'''शीर्षक: '''उसकी थकान<br>
&nbsp;&nbsp;'''रचनाकार:''' [[ठाकुर प्रसाद सिंह]]  
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&nbsp;&nbsp;'''रचनाकार:''' [[भगवत रावत]]  
 
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तुम मान्दोरिया
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कोई लम्बी कहानी ही
हम नाचोनिया
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मादर ना बजा
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बयान कर सके शायद
रसीला मादर न बजा
+
  
बाप खड़े
+
उसकी थकान
माँ खड़ी
+
  
खिड़की का पल्ला धरे
+
जो मुझसे
खड़ा है पिया
+
 
 +
दो बच्चों की दूरी पर
 +
 
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न जाने कब से
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 +
क्या-क्या सिलते-सिलते
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हाथों में
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 +
सुई धागा लिए हुए ही
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सो गई है
  
हम नाचोनिया
 
मादर ना बजा
 
 
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19:37, 5 मई 2009 का अवतरण

 सप्ताह की कविता

  शीर्षक: उसकी थकान
  रचनाकार: भगवत रावत

कोई लम्बी कहानी ही 

बयान कर सके शायद

उसकी थकान

जो मुझसे

दो बच्चों की दूरी पर

न जाने कब से

क्या-क्या सिलते-सिलते

हाथों में

सुई धागा लिए हुए ही

सो गई है ।