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"इतल पीतल / राजस्थानी" के अवतरणों में अंतर

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}}इतळ पीतळ रो भर लाई बेवड़ो  
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इतळ पीतळ रो भर लाई बेवड़ो  
 
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रे झांझरिया मारा छैल  
 
रे झांझरिया मारा छैल  
 
 
कोई कांख मेला टाबरिया री आन  
 
कोई कांख मेला टाबरिया री आन  
 
 
मैं जाऊं रे जाऊं रे पीहरिये
 
मैं जाऊं रे जाऊं रे पीहरिये
 
  
 
सासू बोले छे म्‍हाने बोलणा  
 
सासू बोले छे म्‍हाने बोलणा  
 
 
रे झांझरिया मारा छैल
 
रे झांझरिया मारा छैल
 
 
कोई बाईसा देवे रे म्‍हाने गाल
 
कोई बाईसा देवे रे म्‍हाने गाल
 
 
मैं जाऊं रे जाऊं रे पीहरिये
 
मैं जाऊं रे जाऊं रे पीहरिये
 
   
 
   
 
 
आया बीरो सा म्‍हाने लेवा ने  
 
आया बीरो सा म्‍हाने लेवा ने  
 
 
रे झांझरिया मारा छैल  
 
रे झांझरिया मारा छैल  
 
 
ज्‍यारी कांई कांई करूं मनवार
 
ज्‍यारी कांई कांई करूं मनवार
 
 
मैं जाऊं रे जाऊं रे पीहरिये
 
मैं जाऊं रे जाऊं रे पीहरिये
 
  
 
थारे मनाया देवन ना मानूं
 
थारे मनाया देवन ना मानूं
 
 
रे झांझरिया मारा छैल  
 
रे झांझरिया मारा छैल  
 
 
थारा बड़ोडा़ बीरोसा ने भेज  
 
थारा बड़ोडा़ बीरोसा ने भेज  
 
 
मैं जाऊं रे जाऊं रे पीहरिये
 
मैं जाऊं रे जाऊं रे पीहरिये
 
  
 
काळी पड़गी रे मन की कामळी  
 
काळी पड़गी रे मन की कामळी  
 
 
रे झांझरिया मारा छैल  
 
रे झांझरिया मारा छैल  
 
 
म्‍हारा आलीजा पे म्‍हारो सांचो जीव  
 
म्‍हारा आलीजा पे म्‍हारो सांचो जीव  
 
 
मैं जाऊं रे जाऊं रे सासरिये
 
मैं जाऊं रे जाऊं रे सासरिये
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07:19, 9 सितम्बर 2016 के समय का अवतरण

   ♦   रचनाकार: अज्ञात

इतळ पीतळ रो भर लाई बेवड़ो
रे झांझरिया मारा छैल
कोई कांख मेला टाबरिया री आन
मैं जाऊं रे जाऊं रे पीहरिये

सासू बोले छे म्‍हाने बोलणा
रे झांझरिया मारा छैल
कोई बाईसा देवे रे म्‍हाने गाल
मैं जाऊं रे जाऊं रे पीहरिये
 
आया बीरो सा म्‍हाने लेवा ने
रे झांझरिया मारा छैल
ज्‍यारी कांई कांई करूं मनवार
मैं जाऊं रे जाऊं रे पीहरिये

थारे मनाया देवन ना मानूं
रे झांझरिया मारा छैल
थारा बड़ोडा़ बीरोसा ने भेज
मैं जाऊं रे जाऊं रे पीहरिये

काळी पड़गी रे मन की कामळी
रे झांझरिया मारा छैल
म्‍हारा आलीजा पे म्‍हारो सांचो जीव
मैं जाऊं रे जाऊं रे सासरिये