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"थरथर / मंगलेश डबराल" के अवतरणों में अंतर

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14:29, 20 जून 2020 के समय का अवतरण

अंधकार में से आते संगीत से

थरथर एक रात मैंने देखा

एक हाथ मुझे बुलाता हुआ

एक पैर मेरी ओर आता हुआ

एक चेहरा मुझे सहता हुआ

एक शरीर मुझमें बहता हुआ


(रचनाकाल :1976)