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"गुले-नग़मा / फ़िराक़ गोरखपुरी" के अवतरणों में अंतर

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* '''१ - आँखों में जो बात हो गई है'''
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|नाम=गुले-नग़मा 
आँखों में जो बात हो गई है
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|रचनाकार=[[फ़िराक़ गोरखपुरी]]
एक शरहे-हयात१ हो गई है।
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|प्रकाशक=
 
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|वर्ष=
जब दिल की वफ़ात हो गई है
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|भाषा=हिन्दी
हर चीज की रात हो गई है।
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|विषय=
 
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|शैली=
ग़म से छुट कर ये ग़म है मुझको
+
|पृष्ठ=
क्यों ग़म से नजात हो गई है।
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|ISBN=
 
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|विविध=
मुद्दत से खबर मिली न दिल को
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}}
शायद कोई बात हो गई है।
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* [[आँखों में जो बात हो गई है / फ़िराक़ गोरखपुरी]]
 
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11:29, 22 अगस्त 2009 का अवतरण

गुले-नग़मा
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रचनाकार फ़िराक़ गोरखपुरी
प्रकाशक
वर्ष
भाषा हिन्दी
विषय
विधा
पृष्ठ
ISBN
विविध
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