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* [[अभी न पर्दा गिराओ, ठहरो, कि दास्ताँ आगे और भी है / गुलज़ार]]
 
* [[अभी न पर्दा गिराओ, ठहरो, कि दास्ताँ आगे और भी है / गुलज़ार]]
 
* [[ज़ुबान पर ज़ायका आता था जो सफ़हे पलटने का / गुलज़ार]]
 
* [[ज़ुबान पर ज़ायका आता था जो सफ़हे पलटने का / गुलज़ार]]
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* [[हमें पेड़ों की पोशाकों से इतनी-सी ख़बर तो मिल ही जाती है / गुलज़ार]]
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* [[दरख़्त रोज़ शाम का बुरादा भर के शाखों में / गुलज़ार]]
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* [[एक नदी की बात सुनी... / गुलज़ार]]
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* [[बारिश आने से पहले / गुलज़ार]]
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* [[मेरे रौशनदान में बैठा एक कबूतर / गुलज़ार]]
 
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20:31, 16 अक्टूबर 2009 का अवतरण

गुलज़ार
www.kavitakosh.org/gulzar
Gulzar.jpg
जन्म 18 अगस्त 1934
निधन
उपनाम गुलज़ार
जन्म स्थान दीना, जिला झेलम (अब पाकिस्तान में)
कुछ प्रमुख कृतियाँ
पुखराज, एक बूंद चाँद, चौरस रात, रवि पार, कुछ और नज़्में, यार जुलाहे, त्रिवेणी , छैंया-छैंया , मेरा कुछ सामान
विविध
गुलज़ार का पूरा नाम समपूरन सिंह कालरा है। आप "त्रिवेणी" छंद के सृजक और हिन्दी फ़िल्म उद्योग के जाने-माने गीतकार हैं।
जीवन परिचय
गुलज़ार / परिचय
कविता कोश पता
www.kavitakosh.org/gulzar

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