गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
पंचवटी / मैथिलीशरण गुप्त / पृष्ठ १
6 bytes removed
,
19:03, 8 सितम्बर 2009
तन है, मन है, जीवन है।
म्रित्युलोक
मृत्युलोक
मालिन्य मेटने,
स्वामि संग जो आयी हैं।
तीन लोक की लक्ष्मी ने,
Dkspoet
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
19,393
edits