भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"सूचना / दुष्यंत कुमार" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
 
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
लेखक: [[दुष्यंत कुमार]]
+
{{KKGlobal}}
[[Category:कविताएँ]]
+
{{KKRachna
[[Category:दुष्यंत कुमार]]
+
|रचनाकार=दुष्यंत कुमार
 
+
|संग्रह=सूर्य का स्वागत / दुष्यंत कुमार
~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~
+
}}
  
 
कल माँ ने यह कहा –<br>
 
कल माँ ने यह कहा –<br>

19:32, 1 मई 2008 का अवतरण

कल माँ ने यह कहा –
कि उसकी शादी तय हो गयी कहीं पर,
मैं मुसकाया वहाँ मौन
रो दिया किन्तु कमरे में आकर
जैसे दो दुनिया हों मुझको
मेरा कमरा औ' मेरा घर ।