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"कितने दिन बाद / निदा फ़ाज़ली" के अवतरणों में अंतर
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कितने दिन बाद मिले हो | कितने दिन बाद मिले हो |
18:15, 11 अक्टूबर 2020 के समय का अवतरण
कितने दिन बाद मिले हो
चलो इस शहर से दूर
किसी जंगल के किनारे
किसी झरने के क़रीब
टूटते पानी को पीकर देखें
भागते-दौड़ते लम्हों से चुरा कर कुछ वक़्त
सिर्फ़ अपने लिए जी कर देखें
कोई देखे न हमें
कोई न सुनने पाए
तुम जो भी चाहे कहो
मैं भी बिला ख़ौफ़ो-ख़तर
उन सभी लोगों की तनक़ीद करूँ
जिन से मिलकर मुझे हर रोज़ खुशी होती है