गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
संहिता के व्यूह में / अमरनाथ श्रीवास्तव
2 bytes removed
,
18:27, 4 नवम्बर 2009
|रचनाकार=अमरनाथ श्रीवास्तव
}}
{{
KKCatKavita
KKCatGeet
}}
<poem>
जहां आंखों में रहा, आकाश का विस्तार मेरा
Dkspoet
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
19,393
edits