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"हम बचेंगे अगर / नवीन सागर" के अवतरणों में अंतर

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अभी इतना मुलायम है
 
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कि पूरी धरती
 
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अभी सारे मकान
 
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कागज की तरह हल्‍के  
 
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आकाश अभी विरल है दूर
 
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उसके बालों को
 
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दूर-दूरान्‍तरों से
 
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उत्‍सुक काफिले
 
उत्‍सुक काफिले
धूप में चमकते हुए आऍंगे.
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धूप में चमकते हुए आएँगे।
  
 
सुंदरता!
 
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जन्‍म चाहिए
 
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हर चीज को एक और
 
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जन्‍म चाहिए.
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जन्‍म चाहिए।
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20:42, 2 मई 2010 का अवतरण

एक बच्‍ची
अपनी गुदगुदी हथेली
देखती है
और धरती पर मारती है
लार और हॅंसी से सना
उसका चेहरा
अभी इतना मुलायम है
कि पूरी धरती
थूक के फुग्‍गे में उतारे है।

अभी सारे मकान
कागज की तरह हल्‍के
हवा में हिलते हैं।
आकाश अभी विरल है दूर
उसके बालों को
धीरे-धीरे हिलाती हवा
फूलों का तमाशा है
वे हॅंसते हुए
इशारे करते हैं:
दूर-दूरान्‍तरों से
उत्‍सुक काफिले
धूप में चमकते हुए आएँगे।

सुंदरता!
कितना बड़ा कारण है
हम बचेंगे अगर!

जन्‍म चाहिए
हर चीज को एक और
जन्‍म चाहिए।