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"दो पदचिन्ह तेरे / विजय वाते" के अवतरणों में अंतर

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अगर अपने होने का धोखा रहेगा,
 
अगर अपने होने का धोखा रहेगा,

08:49, 11 जून 2010 का अवतरण

अगर अपने होने का धोखा रहेगा,
तभी तो इबादत का मौका रहेगा |

दो पद चिन्ह मेरे दो पद चिन्ह तेरे,
जमा खर्च इतना सा होता रहेगा |

मुझे होश खोकर भी ये होश होगा,
कुल अपने दिल का झरोखा रहेगा |

बदलता बदलता बदलाता लगेगा,
बदलता मगर सिर्फ खोखा रहेगा |