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"आत्महत्या / काका हाथरसी" के अवतरणों में अंतर
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12:13, 18 सितम्बर 2014 के समय का अवतरण
परमात्मा ने आत्मा बख़्शी है श्रीमान
करे आत्महत्या उसे समझो मूर्ख महान
समझो मूर्ख महान बुरे दिन वापस जाएँ
अटल नियम है दु:ख के बाद सुखानन्द आएँ
मिली आत्मा, प्रभु की समझो इसे अमानत
लानत उन्हें अमानत में जो करें खयानत
ईश्वर ने जीवन दिया, किया उसे स्वीकार
भाग्यहीन कुछ सरफिरे, करें मौत से प्यार
करें मौत से प्यार, जवाँ लड़के आते हैं
उग्रवाद आतंकवाद में घुस जाते हैं
करें देश से द्रोह, विदेशी राह पर भटकें
कोई जेल में सड़ें, कोई फाँसी पर लटकें