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"किनका कुल में सीता जनम भेल" के अवतरणों में अंतर

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किनका कुल में सीता जनम भेल किनका कुल भगवान यौ
 
किनका कुल में सीता जनम भेल किनका कुल भगवान यौ
 
 
जनक कुल में सीता जनम भेल दशरथ कुल भगवान यौ
 
जनक कुल में सीता जनम भेल दशरथ कुल भगवान यौ
 
 
किनका कुल में ब्राह्मण जनम लेल के पोथिया उचारी यौ
 
किनका कुल में ब्राह्मण जनम लेल के पोथिया उचारी यौ
 
 
विप्र कुल में ब्राह्मण जनम भेल  पोथिया दिय नै उचारी यौ
 
विप्र कुल में ब्राह्मण जनम भेल  पोथिया दिय नै उचारी यौ
 
 
जखनही बेटी तोहर जनम भेल नगर पड़ल विशमाह यौ
 
जखनही बेटी तोहर जनम भेल नगर पड़ल विशमाह यौ
 
 
जखानही सासू ननदी घर दीप नहीं लेसथि स्वामी जी के मुंहमा मलिन यौ
 
जखानही सासू ननदी घर दीप नहीं लेसथि स्वामी जी के मुंहमा मलिन यौ
 
 
जाही दिन आगे बेटी तोहर विवाह भेल नगर उठे झनकार यौ
 
जाही दिन आगे बेटी तोहर विवाह भेल नगर उठे झनकार यौ
 
 
सासू ननदी मिली मंगल गावथि स्वामी के मन हर्षित भेल यौ  
 
सासू ननदी मिली मंगल गावथि स्वामी के मन हर्षित भेल यौ  
  

11:10, 22 सितम्बर 2013 के समय का अवतरण


   ♦   रचनाकार: अज्ञात

किनका कुल में सीता जनम भेल किनका कुल भगवान यौ
जनक कुल में सीता जनम भेल दशरथ कुल भगवान यौ
किनका कुल में ब्राह्मण जनम लेल के पोथिया उचारी यौ
विप्र कुल में ब्राह्मण जनम भेल पोथिया दिय नै उचारी यौ
जखनही बेटी तोहर जनम भेल नगर पड़ल विशमाह यौ
जखानही सासू ननदी घर दीप नहीं लेसथि स्वामी जी के मुंहमा मलिन यौ
जाही दिन आगे बेटी तोहर विवाह भेल नगर उठे झनकार यौ
सासू ननदी मिली मंगल गावथि स्वामी के मन हर्षित भेल यौ

यह गीत श्रीमती रीता मिश्र कि डायरी से ली गयी है.

 अमितेश