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"बादल / केदारनाथ अग्रवाल" के अवतरणों में अंतर
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10:12, 12 नवम्बर 2010 का अवतरण
बादल ने बदल दिया मौसम का रुतबा
पानी का व्याप गया
दुनिया में दबदबा
ऊपर को उमड़ चलीं नीचे की नदियाँ
टूटे पुल
टूट गई
टूक टूक सदियाँ
रचनाकाल: २४-०७-१९६९