भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"अबकै अदीतवार / मदन गोपाल लढ़ा" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 2: | पंक्ति 2: | ||
{{KKRachna | {{KKRachna | ||
|रचनाकार=मदन गोपाल लढ़ा | |रचनाकार=मदन गोपाल लढ़ा | ||
− | |संग्रह= | + | |संग्रह=म्हारै पांती री चिंतावां / मदन गोपाल लढ़ा |
}} | }} | ||
[[Category:मूल राजस्थानी भाषा]] | [[Category:मूल राजस्थानी भाषा]] |
16:56, 1 दिसम्बर 2010 का अवतरण
सोम सूं थावर तांई
सिटी बस रै लारे भाजतां
सेंसेक्स रै उतार-चढ़ाव री
गणित सागै माथो मारतां
कंप्यूटर रै की-पेड सूं
बाथेंडो करतां
म्हैं धापग्यो काठो,
अबकै अदीतवार
म्हैं देखणो चावूं
जूनै एलबम री फोटुआं
बांचणो चावूं
कॉलेज जीवण री डायरी
अर तिप्पड़ माच ढाळ‘र
चांदणी रात में सुणनो चावूं रेडियो।