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प्याला हमारे हाथ में आने की देर है
हैं सैंकडों सैकड़ों सवाल, हजारों हज़ारों शिकायतें
होली पे उनको सामने पाने की देर है
बेहोश हो के होश में आने की देर है
दम भर में बदल जायगी रंगत तेरी, गुलाबीगुलाब!
उनके ज़रा निगाह उठाने की देर है
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