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कभी हमसे खुलो जाने के पहले / गुलाब खंडेलवाल
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20:13, 6 जुलाई 2011
नज़र भर देख लें जाने के पहले
जो घायल
खुद
ख़ुद
हो औरों को रुलाये
शमा जलती है परवाने के पहले
Vibhajhalani
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