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राम की शक्ति पूजा / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला" / पृष्ठ ५
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06:58, 8 नवम्बर 2023
श्री राघव हुए प्रणत मन्द स्वर वन्दन कर।
"होगी जय, होगी जय, हे
पुरूषोत्तम
पुरुषोत्तम
नवीन।"
कह महाशक्ति राम के वदन में हुई लीन।
</poem>
वीरबाला
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