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धोरां री धरती / शिवराज भारतीय
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06:24, 13 दिसम्बर 2010
कैर सांगरी फोफळियां री
बा
बात
अठै री न्यारी
काचर बोर मतीरा अर
राबड़ली सैंनै प्यारी
जोधाणै में नीं टोटो
बै दुरगादास सा, जलमियां सूरमा
बैर्या
बैरयां
रो चाल्यो ना जोर
धोरां री धरती ........
आशिष पुरोहित
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