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"नीचे देखते हुए चलना / अजेय" के अवतरणों में अंतर

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सब से ज़्यादा मज़ा है  
 
नीचे देखते हुए चलने में  
 
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और नीचे गिरी हुई हर सुन्दर चीज़ को सुन्दर कहने में  
 
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आज मैं माफ कर देना चाहता हूँ  
 
आज मैं माफ कर देना चाहता हूँ  
उन ख्वाहिशों को  
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उन ख़्वाहिशों को  
 
जो  लगभग दनदनाती हुई चली आईं थीं  
 
जो  लगभग दनदनाती हुई चली आईं थीं  
 
मेरी ज़िन्दगी में  
 
मेरी ज़िन्दगी में  
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और् नीचे देखते हुए चलना चाहता हूँ सच्चे मन से  
 
और् नीचे देखते हुए चलना चाहता हूँ सच्चे मन से  
  
आखिरकार उबर ही जाऊँगा  
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आख़िरकार उबर ही जाऊँगा  
नीचे देखते देखते उस खुशफहमी से  
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नीचे देखते-देखते उस ख़ुशफ़हमी से  
 
कि दुनिया वही है जो मेरे सामने है --  
 
कि दुनिया वही है जो मेरे सामने है --  
खूबसूरत औरतें , बढ़िया शराब , चकाचक गाड़ियाँ  
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ख़ूबसूरत औरतें , बढ़िया शराब , चकाचक गाड़ियाँ  
और तमाम खुशनुमा चीज़ें  
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और तमाम ख़ुशनुमा चीज़ें  
 
जिनके लिए एक हसरत बनी रहती है भीतर  
 
जिनके लिए एक हसरत बनी रहती है भीतर  
  
एक दिन मानने लग जाऊँगा नीचे देखते देखते  
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एक दिन मानने लग जाऊँगा नीचे देखते-देखते  
 
कि एक संसार है  
 
कि एक संसार है  
 
बेतरह रौन्द दी गई धूल भरी लीकों का  
 
बेतरह रौन्द दी गई धूल भरी लीकों का  
कीड़ों और घास पत्तियों के साथ  
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कीड़ों और घास-पत्तियों के साथ  
 
देखने लग जाऊँगा  
 
देखने लग जाऊँगा  
नीचे देखते देखते एक दिन
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नीचे देखते-देखते एक दिन
 
अब तक अनदेखे रह गए  
 
अब तक अनदेखे रह गए  
 
मेरे अपने ही घिसे हुए चप्पल और पाँयचों के दाग़
 
मेरे अपने ही घिसे हुए चप्पल और पाँयचों के दाग़
  
 
एक भूखी ठाँठ गाय की थूथन  
 
एक भूखी ठाँठ गाय की थूथन  
एक काली लड़की की खरोंच वाली उंगलियाँ
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एक काली लड़की की खरोंच वाली उँगलियाँ
 
वहाँ मिट्टी में गरक हो गई  
 
वहाँ मिट्टी में गरक हो गई  
 
कुछ फिर से काम आने वाली चीज़ें खोजती हुई --
 
कुछ फिर से काम आने वाली चीज़ें खोजती हुई --
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ठीक ऐसा ही कोई दिन होगा  
 
ठीक ऐसा ही कोई दिन होगा  
नीचे देखते देखते  
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नीचे देखते-देखते  
जब चुपके से प्रवेश कर जाऊँगा उन यादों में  
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जब चुपके से प्रवेश कर जाऊँगा उन यादों में  
 
जब मैं भी वहाँ नीचे ही था कहीं  
 
जब मैं भी वहाँ नीचे ही था कहीं  
 
बहुत नीचे ,  
 
बहुत नीचे ,  
और बेहद छोटा , बच्चा सा  
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और बेहद छोटा , बच्चा-सा  
 
बड़ा छटपटाता यहाँ ऊपर पहुँचने के लिए  
 
बड़ा छटपटाता यहाँ ऊपर पहुँचने के लिए  
 
और समझने लग जाऊँगा कि अच्छा किया  
 
और समझने लग जाऊँगा कि अच्छा किया  
 
जो तय कर लिया वक़्त रहते  
 
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नीचे देखते हुए चलना .   
 
नीचे देखते हुए चलना .   
 
 
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11:16, 25 दिसम्बर 2010 के समय का अवतरण

सब से ज़्यादा मज़ा है
नीचे देखते हुए चलने में
और नीचे गिरी हुई हर सुन्दर चीज़ को सुन्दर कहने में

आज मैं माफ कर देना चाहता हूँ
उन ख़्वाहिशों को
जो लगभग दनदनाती हुई चली आईं थीं
मेरी ज़िन्दगी में
मुझे ऊपर उठाने के लिए
और् नीचे देखते हुए चलना चाहता हूँ सच्चे मन से

आख़िरकार उबर ही जाऊँगा
नीचे देखते-देखते उस ख़ुशफ़हमी से
कि दुनिया वही है जो मेरे सामने है --
ख़ूबसूरत औरतें , बढ़िया शराब , चकाचक गाड़ियाँ
और तमाम ख़ुशनुमा चीज़ें
जिनके लिए एक हसरत बनी रहती है भीतर

एक दिन मानने लग जाऊँगा नीचे देखते-देखते
कि एक संसार है
बेतरह रौन्द दी गई धूल भरी लीकों का
कीड़ों और घास-पत्तियों के साथ
देखने लग जाऊँगा
नीचे देखते-देखते एक दिन
अब तक अनदेखे रह गए
मेरे अपने ही घिसे हुए चप्पल और पाँयचों के दाग़

एक भूखी ठाँठ गाय की थूथन
एक काली लड़की की खरोंच वाली उँगलियाँ
वहाँ मिट्टी में गरक हो गई
कुछ फिर से काम आने वाली चीज़ें खोजती हुई --
बीड़ी के टोटे
चिड़ियों और तितलियों के टूटे हुए पंख
मरे हुए चूहे धागों से बँधे हुए
रैपर, ढक्कन , टीन ......
बरत कर फैंक दी गई कितनी ही चीज़ें !

उस संसार को देखना
एक गुमशुदा अतीत में झाँकने जैसा होगा
और इस से पहले
कि धूल में आधी दबी उस अठन्नी को
लपक कर बन्द कर लूँ मुट्ठी में
वैसी बीसियों चमकने लग जाएंगी यहाँ वहाँ
मानो कोई स्वप्न हो अद्भुत
दूर धुँधलके में से तैर कर आता हुआ
बरबस सच हो जाना चाहता हुआ

ठीक ऐसा ही कोई दिन होगा
नीचे देखते-देखते
जब चुपके से प्रवेश कर जाऊँगा उन यादों में
जब मैं भी वहाँ नीचे ही था कहीं
बहुत नीचे ,
और बेहद छोटा , बच्चा-सा
बड़ा छटपटाता यहाँ ऊपर पहुँचने के लिए
और समझने लग जाऊँगा कि अच्छा किया
जो तय कर लिया वक़्त रहते
नीचे देखते हुए चलना .