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"इंतहा / रतन सिंह ढिल्लों" के अवतरणों में अंतर

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21:11, 17 जनवरी 2011 के समय का अवतरण

इंतहा के आगे
और इंतहा
मुझे इतना ना सता
मुझे और न रुला

तू पहले भी थी बे-वफ़ा
तू आज भी है बे-वफ़ा
मुझे मिल गई है मुहब्बत की सज़ा ।
 
मूल पंजाबी से अनुवाद : अर्जुन निराला