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"देवी की माया / अनिल जनविजय" के अवतरणों में अंतर

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देवी जी की माया है उत्तरप्रदेश में ।
 
देवी जी की माया है उत्तरप्रदेश में ।
 
 
लक्ष्मी ने धंधा फैलाया है इस वेश में ।।
 
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लाओ रुपया, लाओ रुपया, लाओ रुपया ।
 
लाओ रुपया, लाओ रुपया, लाओ रुपया ।
 
 
यही ख़बर आती है उसके हर संदेश में ।।
 
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घर असबाब साथ लिए घूमा करते हैं ।
 
घर असबाब साथ लिए घूमा करते हैं ।
 
 
नौकरशाही को हड़काया है उसने प्रदेश में ।।
 
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जनता को सूली पर टाँगा, पैसे को बाप बनाया ।
 
जनता को सूली पर टाँगा, पैसे को बाप बनाया ।
 
 
उसने हाहाकार मचाया मुख्यनेत्री के भेष में ।।
 
उसने हाहाकार मचाया मुख्यनेत्री के भेष में ।।
 
  
 
दलित सवर्णों, सवर्ण दलितों का राज है देखो ।
 
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मलेच्छों ने हाथ मिलाया है अब इस देश में ।।
 
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12:53, 8 फ़रवरी 2011 के समय का अवतरण

देवी जी की माया है उत्तरप्रदेश में ।
लक्ष्मी ने धंधा फैलाया है इस वेश में ।।

लाओ रुपया, लाओ रुपया, लाओ रुपया ।
यही ख़बर आती है उसके हर संदेश में ।।

घर असबाब साथ लिए घूमा करते हैं ।
नौकरशाही को हड़काया है उसने प्रदेश में ।।

जनता को सूली पर टाँगा, पैसे को बाप बनाया ।
उसने हाहाकार मचाया मुख्यनेत्री के भेष में ।।

दलित सवर्णों, सवर्ण दलितों का राज है देखो ।
मलेच्छों ने हाथ मिलाया है अब इस देश में ।।

(2002)