गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
बरखा की रात / महेन्द्र भटनागर
37 bytes added
,
13:38, 31 मार्च 2011
|रचनाकार=महेन्द्र भटनागर
|संग्रह= मधुरिमा / महेन्द्र भटनागर
}}{{KKAnthologyVarsha}}
{{KKCatKavita
}}
दिशाएँ खो गयीं तम में<BR>
धरा का व्योम से चुपचाप आलिंगन !<br><BR>
Pratishtha
KKSahayogi,
प्रशासक
,
प्रबंधक
6,240
edits