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"बहरापन-2 / ऋषभ देव शर्मा" के अवतरणों में अंतर

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01:56, 17 अप्रैल 2011 के समय का अवतरण

सड़कों पर
उतर आई है भीड़,
जनता
नक्कारे पीट रही है,
पूछता है कबीर-
बहरे हो गए क्या
ख़ुदा
           लोकतंत्र के !