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"अधिभूत / त्रिलोचन" के अवतरणों में अंतर

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15:52, 9 जुलाई 2007 का अवतरण


मदन के शर केवल पाँच हैं

बिंध गए सब प्राण, बचा नहीं

हृदय एक कहीं, अधिभूत की

नियति है, यति है, गति है, यही.