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+ | * पतझड़ की शाम | ||
+ | * राष्ट्रिय ध्वज | ||
+ | * साजन आए, सावन आया | ||
* प्रतीक्षा | * प्रतीक्षा | ||
+ | * चल मरदाने | ||
+ | * आदर्श प्रेम | ||
+ | * आज फिर से | ||
+ | * आत्मदीप | ||
+ | * आज़ादी का गीत | ||
+ | * अंधेरे का दीपक | ||
+ | * बहुत दिनों पर | ||
+ | * दिन जल्दी जल्दी... | ||
+ | * एकांत संगीत | ||
+ | * ड्राइंग रूम में... | ||
+ | * इस पार उस पार | ||
+ | * जाओ कल्पित साथी... | ||
+ | * जीवन की आपाधापी में | ||
+ | * जो बीत गई सो बात... | ||
+ | * जुगनू | ||
+ | * कहते हैं तारे... | ||
+ | * कैसे भेंट तुम्हारी... | ||
+ | * कोई पार नदी के गाता | ||
+ | * क्या भूलूं क्या... | ||
+ | * लो दिन बीता... | ||
+ | * मेरा संबल | ||
+ | * मुझसे चांद कहा... | ||
+ | * पथ की पहचान | ||
+ | * साथी साथ ना... | ||
+ | * यात्रा और यात्री | ||
+ | * युग की उदासी | ||
+ | * आज मुझसे बोल बादल | ||
+ | * क्या है मेरी बारी में | ||
+ | * क्या करूं संवेदना लेकर... | ||
+ | * लहर सागर का... | ||
+ | * नव वर्ष | ||
+ | * पपीहे की रटन | ||
+ | * साथी सो ना... | ||
+ | * तब रोक ना पाया मैं आंसू | ||
+ | * त्राहि त्राहि... | ||
+ | * तुम गा दो... | ||
+ | * तुम तूफ़ान समझ पाओगे | ||
+ | * आज तुम मेरे लिये हो | ||
+ | * कवि की वासना | ||
+ | * किस कर में यह वीणा धर दूँ | ||
+ | * कोई गाता मैं सो जाता | ||
+ | * साथी, सब कुछ सहना होगा |
15:48, 19 जुलाई 2006 का अवतरण
हरिवंशराय बच्चन की कविताएं
~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*
- मधुबाला
- नीड का निर्माण
- पतझड़ की शाम
- राष्ट्रिय ध्वज
- साजन आए, सावन आया
- प्रतीक्षा
- चल मरदाने
- आदर्श प्रेम
- आज फिर से
- आत्मदीप
- आज़ादी का गीत
- अंधेरे का दीपक
- बहुत दिनों पर
- दिन जल्दी जल्दी...
- एकांत संगीत
- ड्राइंग रूम में...
- इस पार उस पार
- जाओ कल्पित साथी...
- जीवन की आपाधापी में
- जो बीत गई सो बात...
- जुगनू
- कहते हैं तारे...
- कैसे भेंट तुम्हारी...
- कोई पार नदी के गाता
- क्या भूलूं क्या...
- लो दिन बीता...
- मेरा संबल
- मुझसे चांद कहा...
- पथ की पहचान
- साथी साथ ना...
- यात्रा और यात्री
- युग की उदासी
- आज मुझसे बोल बादल
- क्या है मेरी बारी में
- क्या करूं संवेदना लेकर...
- लहर सागर का...
- नव वर्ष
- पपीहे की रटन
- साथी सो ना...
- तब रोक ना पाया मैं आंसू
- त्राहि त्राहि...
- तुम गा दो...
- तुम तूफ़ान समझ पाओगे
- आज तुम मेरे लिये हो
- कवि की वासना
- किस कर में यह वीणा धर दूँ
- कोई गाता मैं सो जाता
- साथी, सब कुछ सहना होगा