भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"सृज़न / सरस्वती माथुर" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सरस्वती माथुर |संग्रह= }} {{KKCatKavita}} <poem> एक छोटी सी कोशि…) |
(कोई अंतर नहीं)
|
08:15, 4 अक्टूबर 2011 के समय का अवतरण
एक छोटी सी कोशिश
मेरे सपनो की डायरी में
मंदिर की
घंटियों सी बजती रही
पखारती चली गयी
अपने हिस्से के
स्मृति कण
जो कुछ पल
अठखेलियां करते
मेरे आसपास दर्ज हो
पल्लवित्-पुष्पित होते रहे
और मैं सृजन करती रही
उन पलों से झरते अहसासों का
जो कैदी पंछी के
व्याकुल मौन सा
मेरे भीतर छिपा था
उन पलों के अहसासों का
वह अनवरत सुर
मेरे अंतर्मन को
स्पर्श करता चला गया
और मैंने पहली बार देखा
अपनी छोटी कोशिश को
बड़ी कोशिश में बदलते हुए
और सृजन की कोख से
सपनो को झरते हुए
खुले आकाश में
उन्मुक्त हुये
पक्षी सा उड़ते हुवे देखा और
मैं खुश थी की
मेरे सपने कठपुतली नहीं थे