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"तिलक -गीत भितरा से बोलीं हैं / अवधी" के अवतरणों में अंतर

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भितरा  से बोलीं हैं रानी कौशिल्या सुनो राजा दशरथ बचनी हमारी  
 
भितरा  से बोलीं हैं रानी कौशिल्या सुनो राजा दशरथ बचनी हमारी  
 
सगरी अजोध्या  में राम दुलरुआ तिलक आई  बडि  थोरी  
 
सगरी अजोध्या  में राम दुलरुआ तिलक आई  बडि  थोरी  
सोभ्वा से बोले\ है राजा दशरथ सुनो जनक बचनी हमारी  
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सोभ्वा से बोले है राजा दशरथ सुनो जनक बचनी हमारी  
 
सगरी अजोध्या  में राम दुलरुआ तिलक आई बड़ी थोरी  
 
सगरी अजोध्या  में राम दुलरुआ तिलक आई बड़ी थोरी  
 
हाथ जोरी राजा जनक जी बिनवैं सुनो दशरथ बचनि हमारी  
 
हाथ जोरी राजा जनक जी बिनवैं सुनो दशरथ बचनि हमारी  
 
तू तो हयो तीनो लोक ठाकुर हम होई जनक भिखारी  
 
तू तो हयो तीनो लोक ठाकुर हम होई जनक भिखारी  
 
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22:23, 16 जनवरी 2012 का अवतरण

भितरा से बोलीं हैं रानी कौशिल्या सुनो राजा दशरथ बचनी हमारी
सगरी अजोध्या में राम दुलरुआ तिलक आई बडि थोरी
सोभ्वा से बोले है राजा दशरथ सुनो जनक बचनी हमारी
सगरी अजोध्या में राम दुलरुआ तिलक आई बड़ी थोरी
हाथ जोरी राजा जनक जी बिनवैं सुनो दशरथ बचनि हमारी
तू तो हयो तीनो लोक ठाकुर हम होई जनक भिखारी