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मैं भी कई बरसों से उर्दू ग़ज़लें कह रहा हूँ |  
 
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मेरे पिताजी ने ही मुझे सिखाया और बनाया है जो कि मैं अब हूँ |  
 
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वही मेरे गुरु थे |
 
वही मेरे गुरु थे |

22:33, 21 फ़रवरी 2012 का अवतरण

श्रीमान, मैं कविताकोश का सदस्य हूँ |

अबतक अनिलजी की सहायता से मैंने ज़िया फ़तेहाबादी की नज़्में व ग़ज़लें कविताकोश में पोस्ट की हैं |

मैं भी कई बरसों से उर्दू ग़ज़लें कह रहा हूँ |

नाम: रविंदर कुमार सोनी

उपनाम: रवि सोनी

जन्म तिथि: ५ अप्रैल १९४४

जन्मस्थान: दिल्ली

प्रकाशित पुस्तकें:

१) इन सर्च आफ़ टरू हप्पिनेस,

२) दी इल्ल्यूमिनेशन आफ़ नालेज,

३) प्लानेट्स एंड देएर योगा फारमेशन्स

मैं ३५ बरस बैंक नौकरी कर १९९९ में रिटाएर हुआ हूँ और दिल्ली शहर में ही रह रहा हूँ |

इंडियन फिलोसोफी और ज्योतिष पर काम कर रहा हूँ और रिटाएर ज़िन्दगी बसर कर रहा हूँ |

ज़िया फ़तेहाबादी का ज्येष्ठ पुत्र हूँ |

मेरे पिताजी ने ही मुझे सिखाया और बनाया है जो कि मैं अब हूँ | वही मेरे गुरु थे |