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"हाइकू / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'" के अवतरणों में अंतर

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मिसरी घोली-  
 
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बीते बरसों
 
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अभी तक मन में  
 
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खिली सरसों
 
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दर्द था मेरा   
 
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मिले शब्द तुम्हारे   
 
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गीत बने थे
 
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16:18, 16 अप्रैल 2012 का अवतरण


(1)
खिलखिलाए
पहाड़ी नदी जैसी
मेरी मुनिया’
(2)
तुतली बोली
आरती में किसी ने
मिसरी घोली-
(3)
बीते बरसों
अभी तक मन में
खिली सरसों
(4)
दर्द था मेरा
मिले शब्द तुम्हारे
गीत बने थे