|रचनाकार=सरस्वती माथुर
|संग्रह=
}}{{KKCatHaiku}}[[Category:चोका]]
<poem>
नन्ही चिड़िया
धूप -स्पर्श ढूँढती फुदकती -सी अंग -प्रत्यंग सँजो पंख समेट गहरी सर्द रात काँपती रही; प्रफुल्लित- सी हुई सूर्य ने छुआ जब स्नेह - आँच से, पंख झटक किरणों से खेलती नयी दिशा में उड़ गयी फुर्र से चहचहाते हुए !
</poem>