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मौत तू एक कविता है / गुलज़ार

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इस कविता को हिन्दी फ़िल्म "आनंद" में डा. भास्कर बैनर्जी नामक चरित्र के लिये लिखा गया था।
जिस्म जब ख़त्म हो और रूह को जब साँस आऐ <br>
मुझसे एक कविता का वादा है मिलेगी मुझको<br><br>
 
 
''(इस कविता को हिन्दी फ़िल्म "आनंद" में डा. भास्कर बैनर्जी नामक चरित्र के लिये लिखा गया था। इस चरित्र को फ़िल्म में अमिताभ बच्चन ने निभाया था)''