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"सांसों का हिसाब/ शिवमंगल सिंह 'सुमन'" के अवतरणों में अंतर
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तुम जो जीवित कहलाने के आदी हो | तुम जो जीवित कहलाने के आदी हो | ||
तुम, जिन को दफना नहीं सकी बर्बादी | तुम, जिन को दफना नहीं सकी बर्बादी | ||
तुम, जिन की धडकन में गति का बंदन है, | तुम, जिन की धडकन में गति का बंदन है, | ||
− | तुम, जो पथ पर अरमान भरे आते हो , | + | तुम, जो पथ पर अरमान भरे आते हो, |
− | तुम, जो हस्ती की मस्ती में गाते हो | + | तुम, जो हस्ती की मस्ती में गाते हो. |
तुम, जिनने अपना रथ सरपट दोड़ाया | तुम, जिनने अपना रथ सरपट दोड़ाया | ||
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तुमने जितनी साँसें खींची-छोड़ी हैं | तुमने जितनी साँसें खींची-छोड़ी हैं | ||
उन का हिसाब दो और करो रखवाली | उन का हिसाब दो और करो रखवाली | ||
− | कल आने वाला है सांसों का माली | + | कल आने वाला है सांसों का माली. |
13:35, 6 जून 2013 के समय का अवतरण
तुम जो जीवित कहलाने के आदी हो
तुम, जिन को दफना नहीं सकी बर्बादी
तुम, जिन की धडकन में गति का बंदन है,
तुम, जो पथ पर अरमान भरे आते हो,
तुम, जो हस्ती की मस्ती में गाते हो.
तुम, जिनने अपना रथ सरपट दोड़ाया
कुछ क्षण हांफे ,कुछ साँस रोककर गाया,
तुमने जितनी रासें तानी- मोंड़ी हैं
तुमने जितनी साँसें खींची-छोड़ी हैं
उन का हिसाब दो और करो रखवाली
कल आने वाला है सांसों का माली.