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"सबद कोस / अर्जुनदेव चारण" के अवतरणों में अंतर

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12:02, 15 अक्टूबर 2013 के समय का अवतरण

म्हैं जायनै
सबदकोस नै पूछियौ
कांई वो
देय सकै उधार
म्हनैं कीं सबद
जिणसूं मांड सकूं
थारौ चितराम,
वो
आपरा सगळा खूंजा
कर दिया खाली
पण
थारी पीड़ बांचणिया आखर
उण कनै
हा ई कोनी
म्हैं उतरियौ
ऊंडै पयांळां
कै लाध जावै
कोई मणि
जिणरै उजास मांय
देखलूं
थारी छिब
पण
नींव रा भाटा बाजणिया
पराकरमियां रा
उतर गिया मूंडा
मां
थूं ई बता
म्हैं
कठै सूं लावूं
वो साच
कै म्हारा टाबर
ओळखलै आपरै बडेरां नै