भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"सच है / शशि सहगल" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=शशि सहगल |अनुवादक= |संग्रह=कविता ल...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
11:11, 16 अक्टूबर 2013 के समय का अवतरण
लंगड़ी आकांक्षाएँ
टूटी बैसाखी
घिसटता जीवन