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"ऊजड़ चूल्हां री राख / रामस्वरूप किसान" के अवतरणों में अंतर

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राख उडांवतौ बायरौ
 
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भटकतौ विजोगी-सो लागै।
 
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12:49, 17 अक्टूबर 2013 के समय का अवतरण

गांव रै पगाणै
एक गांव
उठाऊ गांव
जकौ का‘ल उतरयौ
अर आज लदग्यौ

नीं उतरती बेळा मनवार
नीं लदती बेळा
आंख हुयी
गीली किणीं री

पण, ऊजड़ चूल्हां री
राख उडांवतौ बायरौ
भटकतौ विजोगी-सो लागै।