Changes

:::पाय गज धोखे कहूँ काहू देइ डारै ना.
याही डर गिरजा गजानन को गोय रही,
:::गिरतें गरेतें निज गोद से उतारे ना.
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader, प्रबंधक
35,129
edits