भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"ठाँहि पठाँहि / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’ |अनुवादक= |...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
12:20, 8 अगस्त 2014 का अवतरण
ठाँहि पठाँहि
क्या आपके पास इस पुस्तक के कवर की तस्वीर है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
रचनाकार | चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’ |
---|---|
प्रकाशक | नवरत्न गोष्ठि, आदित्य सदन, मिश्रटोला, दरभंगा |
वर्ष | 2001 |
भाषा | मैथिली |
विषय | |
विधा | कविताएँ |
पृष्ठ | 110 |
ISBN | |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
- साध की? / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- प्रयोजन आइ / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- कविताक विषाद / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- कहल न जाय / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- आशाक किरण / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- दिग्भ्रम / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- परिणति / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- परिस्थितिवश / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- कोरामिन केर प्रयोजन / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- कवि कोकिलसँ / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- कण्ठक छिना रहल बोल / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- विडम्बना / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- अनुशासन बन्धन / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- पसरि रहल धुआँ / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- चिनगी / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- संस्कृत ओ संस्कृति / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- सांस्कृति घुमसाही / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- बापू सँ / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- रातिसँ कानि रहल आकाश / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- सिंहावलोकन / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- स्वर्ण जयन्ती वर्ष / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- दिग्भ्रान्त राष्ट्र / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- अमरत्व निहित / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- राखत देशक लाज / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- क्यौ मन मे नहि पोसओ भ्रान्ति / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- नव नचारी / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- हिनकर वन्दन हुनका सलाम / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- चारि गोट कुण्डलिया / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- अन्तरराष्ट्रिय महिलावर्ष / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- महादेव बाबाक फोर्स रिटायरमेन्ट / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- बुद्धिमत्ता / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- बौआ लोकनिसदू गाही दोहा / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- एकरे लोक बिहाड़ि कहै छै / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- अपने गट्टी / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- तामस कथिक थिक / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- पाकल फल टटका / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- हाय रे कपार! / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- प्रलोभन / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- उगत कोना चान / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- चुरू भरि पानि / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- कहने रहथि नेताजी / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- कहने रहथि मन्त्रीजी / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- ई आश्चर्यक बात न कोनो / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- दरभंगा नगर निगम / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- माथ रहत हल्लुक / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- भोजन विधान / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- आँठी गनैत छी / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- अस्थि कलशकेँ कोटि प्रणाम / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- बिरानबेक पूस / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- वर्त्तमान परिदृश्य / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- यैह थिकै गनतन्त्र / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- दोहाष्टक / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- बीतत विकट विभावरी / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- भेटल छै अधिकार / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- ...तखन वसन्तक की अभिनन्दन? / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- छोट खिखिरकेँ मोट नाङिडि / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- लोकतन्त्रक पहलमान / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- पंचपदी / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- लच्छन एक कुलच्छन चारि / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- नेता वचनामृत / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- भारत देश महान / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- हदमद्दीसँ / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- गमौताह इस्लामाबाद / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- अछि वसन्त तेँ की / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- दुबरयबाक कारण / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- कान पाथि अपनहु अकानिऔ / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
कथाकाव्य
- दुइचित्र / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- चाही आइ एहन रघुनन्दन / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- सामाजिक जोगीरा / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- शाब्दिक जोगीरा / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- राजनीतिक जोगीरा / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- बाल सखा देवेन्द्र नाथ झाक स्मृतितर्पण / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
- मित्र प्रवर शंकर मिश्र / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’