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"पेड़ और बारिश / टोमास ट्रान्सटोमर" के अवतरणों में अंतर

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वे बत्ती बंद कर देते हैं और उसकी सफेद परछाईं
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एक पेड़ चहलकदमी करता हुआ बारिश में
टिमटिमाती है एक पल के लिए विलीन होने के पहले
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धूसर बारिश में भागता है हमारे बगल से
जैसे अँधेरे के गिलास में कोई टिकिया और फिर समाप्त
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एक काम है उसके पास वह जीवन एकत्र करता है
होटल की दीवारें उठते हुए जा पहुँची हैं काले आकाश के भीतर
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बारिश में से जैसे बाग में कोई श्यामा चिड़िया
स्थिर हो चुकी हैं प्रेम की गतिविधियाँ, और वे सो गए हैं
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मगर उनके सबसे गोपनीय विचार मिलते हैं
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पेड़ भी रुक जाता है बारिश रुकने पर
जैसे मिलते हैं दो रंग बहकर एक-दूसरे में
+
शांत खड़ा रहता है बिना बारिश वाली रातों में
किसी स्कूली बच्चे की पेंटिंग के गीले कागज पर
+
और प्रतीक्षा करता रहता है जैसे हम करते रहते हैं
यहाँ अँधेरा है और चुप्पी मगर शहर नजदीक आ गया है
+
प्रतीक्षा, उस पल की
आज की रात समीप आ गए हैं अँधेरी खिड़कियों वाले मकान
+
जब हिमकण खिलेंगे आकाश में
वे भीड़ लगाए खड़े हैं प्रतीक्षा करते हुए
+
एक ऎसी भीड़ जिसके चेहरों पर कोई भाव नहीं
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'''(अनुवाद : मनोज पटेल)'''
 
'''(अनुवाद : मनोज पटेल)'''
 
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15:41, 18 अगस्त 2014 के समय का अवतरण

एक पेड़ चहलकदमी करता हुआ बारिश में
धूसर बारिश में भागता है हमारे बगल से
एक काम है उसके पास वह जीवन एकत्र करता है
बारिश में से जैसे बाग में कोई श्यामा चिड़िया

पेड़ भी रुक जाता है बारिश रुकने पर
शांत खड़ा रहता है बिना बारिश वाली रातों में
और प्रतीक्षा करता रहता है जैसे हम करते रहते हैं
प्रतीक्षा, उस पल की
जब हिमकण खिलेंगे आकाश में

(अनुवाद : मनोज पटेल)