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"सवाल में बवाल / काका हाथरसी" के अवतरणों में अंतर
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रिंग रोड पर मिल गए नेता जी बलवीर । | रिंग रोड पर मिल गए नेता जी बलवीर । | ||
− | कुत्ता उनके साथ था पकड़ रखी | + | कुत्ता उनके साथ था पकड़ रखी ज़ंजीर ॥ |
− | पकड़ रखी जंजीर | + | पकड़ रखी जंजीर अल्सेशियन था वह कुत्ता । |
नेता से दो गुना भौंकने का था बुत्ता ॥ | नेता से दो गुना भौंकने का था बुत्ता ॥ | ||
हमने पूछा, कहो, आज कैसे हो गुमसुम । | हमने पूछा, कहो, आज कैसे हो गुमसुम । |
13:13, 18 सितम्बर 2014 के समय का अवतरण
रिंग रोड पर मिल गए नेता जी बलवीर ।
कुत्ता उनके साथ था पकड़ रखी ज़ंजीर ॥
पकड़ रखी जंजीर अल्सेशियन था वह कुत्ता ।
नेता से दो गुना भौंकने का था बुत्ता ॥
हमने पूछा, कहो, आज कैसे हो गुमसुम ।
इस गधे को लेकर कहाँ जा रहे हो तुम ॥
नेता बोले क्रोध से करके टेढ़ी नाक ।
कुत्ता है या गधा है, फूट गईं हैं आँख ॥
फूट गईं हैं आँख, नशा करके आए हो ।
बिना बात सुबह-सुबह लड़ने आए हो ॥
हमने कहा कि कौन आपसे जूझ रहे हैं ।
यह सवाल तो हम कुत्ते से पूछ रहे हैं ॥