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"जनवाद के आवाज / जनकवि भोला" के अवतरणों में अंतर

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20:33, 16 जनवरी 2015 के समय का अवतरण

आवऽता दहाड़ते
जनवाद के आवाज
ना चलल बा ना चली
सामंती ई राज
जन-जन के त्याग शक्ति
ना करी अब कउनो भक्ति
घर गांव जवार के नारा बा
जाति ना साथिये दुलारा बा
ना रही कनहूं हत्यारा
जन जीवने बा प्यारा
बस इहे बा नारा, इहे बा नारा
सभे बा प्यारा, प्यारा, प्यारा।