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"रातींधो / रामजी लाल घोड़ेला 'भारती'" के अवतरणों में अंतर

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दिन में सूझे, रात में नीं
उण नै केवै रातींधो
नीं करावै जको ईलाज
हुयजै जल्दी आंधो।