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सुदामा पाण्डे का प्रजातंत्र (एक) / धूमिल
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18:23, 4 फ़रवरी 2008
सेर भर कबाब हो
एक अद्धा शराब हो
नूरजहाँ का राज हो
ख़ूब हो--
भले ही ख़राब हो
::--(एक लोकगीत)
अनिल जनविजय
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