भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"प्रेम / विनोद शर्मा" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=विनोद शर्मा |अनुवादक= |संग्रह=शब्...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
13:49, 15 मार्च 2017 के समय का अवतरण
स्वीकृति के मायालोक
और अस्वीकृति के तिमिरलोक के बीच
किसी रोशन बिन्दु पर
प्रेम से साक्षात्कार की संभावना
एक रहस्यलोक है
जिसमें अन्तर्निहित है:
अनेक लोक-लोकान्तर
असंख्य आकाशगंगाओं में
झिलमिलाते असंख्य सितारे
-असंख्य दर्पणों में
झिलमिलाते
प्रेम के प्रतिबिम्ब।