भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"अक्षरों की आँखों से / महेश सन्तोषी" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(इस पुस्तक में संकलित रचनाएँ)
पंक्ति 14: पंक्ति 14:
 
}}
 
}}
 
====इस पुस्तक में संकलित रचनाएँ====
 
====इस पुस्तक में संकलित रचनाएँ====
 +
'''ठंडे अलावों की भीड़'''
 
* [[हम एक ठण्डे शहर की एक ठण्डी गली में रहते हैं / महेश सन्तोषी]]
 
* [[हम एक ठण्डे शहर की एक ठण्डी गली में रहते हैं / महेश सन्तोषी]]
 
* [[बर्फ बिछी है रास्तों पर, रिश्तों पर / महेश सन्तोषी]]
 
* [[बर्फ बिछी है रास्तों पर, रिश्तों पर / महेश सन्तोषी]]
पंक्ति 24: पंक्ति 25:
 
* [[कोई ऐसा शहर होता तो हम वहाँ चले जाते / महेश सन्तोषी]]
 
* [[कोई ऐसा शहर होता तो हम वहाँ चले जाते / महेश सन्तोषी]]
 
* [[बर्फ से ठण्डे दिल / महेश सन्तोषी]]
 
* [[बर्फ से ठण्डे दिल / महेश सन्तोषी]]
 +
'''पीड़ाओं के परिदृश्य'''
 
* [[वक्त के किस दौर से गुजर रहा हूँ / महेश सन्तोषी]]
 
* [[वक्त के किस दौर से गुजर रहा हूँ / महेश सन्तोषी]]
 
* [[कर्ज के मुखौटे / महेश सन्तोषी]]
 
* [[कर्ज के मुखौटे / महेश सन्तोषी]]
पंक्ति 33: पंक्ति 35:
 
* [[वैधव्य और वसंत / महेश सन्तोषी]]
 
* [[वैधव्य और वसंत / महेश सन्तोषी]]
 
* [[आधी मर गयी औरत / महेश सन्तोषी]]
 
* [[आधी मर गयी औरत / महेश सन्तोषी]]
 +
'''सम्वेदनाओं'''
 
* [[अब रुला जाते हैं माँ के आँसू / महेश सन्तोषी]]
 
* [[अब रुला जाते हैं माँ के आँसू / महेश सन्तोषी]]
 
* [[सहोदर भी नहीं होते सहोदरों के सगे / महेश सन्तोषी]]
 
* [[सहोदर भी नहीं होते सहोदरों के सगे / महेश सन्तोषी]]
पंक्ति 43: पंक्ति 46:
 
* [[रोटियों की सरहदें / महेश सन्तोषी]]
 
* [[रोटियों की सरहदें / महेश सन्तोषी]]
 
* [[शवयात्राओं में भी शायद ही जाएं। / महेश सन्तोषी]]
 
* [[शवयात्राओं में भी शायद ही जाएं। / महेश सन्तोषी]]
 +
'''देहों के उत्सव'''
 
* [[देहों के उत्सवों के दिन / महेश सन्तोषी]]
 
* [[देहों के उत्सवों के दिन / महेश सन्तोषी]]
 
* [[पहला पुरुष / महेश सन्तोषी]]
 
* [[पहला पुरुष / महेश सन्तोषी]]
पंक्ति 50: पंक्ति 54:
 
* [[देहों से जुड़े-जुड़े / महेश सन्तोषी]]
 
* [[देहों से जुड़े-जुड़े / महेश सन्तोषी]]
 
* [[देहों के रिश्ते / महेश सन्तोषी]]
 
* [[देहों के रिश्ते / महेश सन्तोषी]]
 +
'''प्यार के क्षितिज'''
 
* [[आँखें बिछ जाती थीं / महेश सन्तोषी]]
 
* [[आँखें बिछ जाती थीं / महेश सन्तोषी]]
 
* [[तुम नहीं दिखते / महेश सन्तोषी]]
 
* [[तुम नहीं दिखते / महेश सन्तोषी]]

13:52, 1 मई 2017 का अवतरण

अक्षरों की आँखों से
General Book.png
क्या आपके पास इस पुस्तक के कवर की तस्वीर है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
रचनाकार महेश सन्तोषी
प्रकाशक
वर्ष
भाषा हिन्दी
विषय
विधा
पृष्ठ
ISBN
विविध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।

इस पुस्तक में संकलित रचनाएँ

ठंडे अलावों की भीड़

पीड़ाओं के परिदृश्य

सम्वेदनाओं

देहों के उत्सव

प्यार के क्षितिज