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"देश का नूर / देवानंद शिवराज" के अवतरणों में अंतर
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होंगे बच्चों देश का नूर,
करो अत्याचार को दूर
अरमान भरे सपने होंगे साकार,
ऊँच-नीच देना बिसार
चाँद पर पहुँची दुनिया पर
पहचान न सकी इन्सान को
बच्चों अब करो विचार
जड़ से उखाड़ दुराचार
सत्य नेक लीडर बनो
सूरीनाम देश की आशा हो तुम
घटा न मातृभूमि की शान
है यह श्री देवा का अरमान।