भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"रात-रानी / मथुरा नाथ सिंह 'रानीपुरी'" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मथुरा नाथ सिंह 'रानीपुरी' |अनुवाद...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
13:40, 10 जुलाई 2017 के समय का अवतरण
टप-टप लोर चुबाबै रात-रानी
कारोॅ-कारोॅ केश संवारे रात-रानी॥
भरलोॅ अन्हेरिया में पाते-पात डोलै
झिंगुरिया झंकार गावै रात-रानी॥
होत प्रात कली-कली भौंरा गुंजारै
हौले-हौले घुंघटा उठावै रात-रानी॥
धरती बहुरिया अंग के चमकावै
डारे-डार फुलवा उगावै रात-रानी॥