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"झकसी / अनिल शंकर झा" के अवतरणों में अंतर

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|रचनाकार=भवप्रीतानन्द ओझा
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|रचनाकार=अनिल शंकर झा
 
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|संग्रह=अंगिका के प्रतिनिधि प्रकृति कविता / गंगा प्रसाद राव
 
|संग्रह=अंगिका के प्रतिनिधि प्रकृति कविता / गंगा प्रसाद राव

13:53, 14 जुलाई 2017 के समय का अवतरण

आबी गेलै झकसी के दिन फनू घुरि फिरि
आबी गेलै मेघराज हवा पेॅ सबार हो
आँखी आगू तार बुनै, नै छै आर-पार सूझै
दुखिया रॅ दिन होलै खोजरी पहार हो
छपरी अकास लागै घरवा बैहार लागै
ओसरा दलान होलै सुअरी खोहार हो
भभरी भभरी गिरै देबारी के मांटी झरै
हहरी हहरी करै दुखिया गोहार हो