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"सही रास्ता / रामदरश मिश्र" के अवतरणों में अंतर

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तुमने सही रास्ता चुना है बंधु
कल तक उसके साथ थे
आज उसके साथ हो
परसों पता नहीं किसके साथ हो जाओगे
यह ज़ाहिर हो गया है कि
जो भी यश या पद केआसन पर विराजमान होगा
तुम उसी से जुड़ोगे
तुम्हारा अपना तो कुछ नहीं है
बस आसन की जय बोलते हुए
हवा में उड़ोगे।
-22.8.2014