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"मम्मी की साड़ी / उषा यादव" के अवतरणों में अंतर

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15:38, 22 मई 2018 के समय का अवतरण

मम्मी चली गई स्कूल।
साड़ी गई दरी पर भूल।
लौटेगी वह चार बजे।
तब तक मुनिया क्यों न सजे।

पहुँच गई शीशे के पास।
चेहरे पर छलका उल्लास।
साड़ी पहनी तह को खोल।
बन गई पूरी गोल-मटोल।

तभी पास पापा को देख।
झटपट माँ की साड़ी फेंक।
रंगे हाथ पकड़े जाकर।
मुनिया भागी शरमाकर।